अधिगम असमर्थताः अधिगम असमर्थता का संबंध सीखने की समस्याओं से होता है। यह सुनने सोचने बोलने पढ़ने लिखने या गणितीय गणना करने संबंधी अपूर्ण योग्यता के कारण होती है। अधिगम असमर्थता के ग्रस्त बहुत से बच्चे होते हैं और यह समस्या आमतौर पर निम्न कारकों के कारण होती हैः
बुद्धि का निम्न स्तर
मानसिक मंदता
दृष्टिबाधित
निम्न स्तर के निर्देशन
असमर्थता सहित लोग उसी तरीके से या उतनी दक्षता से नहीं सीखते जितना अधिगम समर्थी लोग सीखते हैं चाहे उनके पास सामान्य बुद्धि क्यों न हो फिर भी उनका शैक्षिक निष्पादन अपने अन्य कक्षा के साथियों से बहुत पीछे होता है कुछ गणित सीखने में बहुत कठिनाई का सामना करते हैं तथा लिखने और पढ़ने में मास्टरी करना उनके लिए कठिन चुनौती होती है।
अमेरिका का अधिगम असमर्थ बच्चों विकलांगों की राष्ट्रीय सलाहकार समिति के अनुसार, अधिगम असमर्थ बच्चे बेक होते हैं जिनकी केंद्रीय तंत्रिका तंत्र में अकार्य परकता होती है। और यह कार्य परखता प्राथमिक रूप से बाधित अधिगम कुशलता द्वारा अभिव्यक्त होती है।
अधिगम असमर्थ बच्चों की विशेषताएं
बोली जाने वाली भाषा का विलंबित विकासः बोली जाने वाली भाषा के विकास में अधिगम असमर्थ ही बच्चे पिछड़े हुए होते हैं वे अपनी हमउम्र या कक्षा के साथियों के साथ मुकाबला नहीं कर पाते। इनका शब्द भंडार भी बहुत सीमित होता है और वे अपने और परिपक्व शब्द भंडार के लिए भी जाने जाते हैं। बेसा मान्यता व्याकरण संबंधी बहुत सारी गलतियां करते हैं। जब मैं कुछ कारणों पर एक साथ बहस करते हैं तो वह केंद्रीय बिंदु से विचलित हो जाते हैं और साथ वाले विचार को स्पर्श कर जाते हैं यह लंबी वार्ता और जटिल वार्ता को भूल जाते हैं।
अपर्याप्त समय संप्रत्ययः ऐसे बच्चों में समय का संप्रत्य नहीं होता। उन्हें कार्य को संपन्न करने में लगने वाले समय का कोई अनुमान नहीं होता। अधिगम असमर्थ बच्चे अपनी प्राथमिकताएं संगठित करने में असफल होते हैं। समय घड़ी कैलेंडर के बारे में इनकी संवेदना बड़ी निम्न स्तर की होती है इसी प्रकार इनमें दिन सप्ताह महीने वर्ष आदि का भी अधिक ज्ञान नहीं होता समय की इकाइयों का भी इन्हें सटीक ज्ञान नहीं होता।
संबंध पर निर्णय में कठिनाई: अधिगम असमर्थ थी बच्चों में इस निर्णय का अभाव रहता है कि क्या महत्वपूर्ण है और क्या महत्वपूर्ण नहीं है इससे अनगिनत पेंसिल कुशलता उत्पन्न होती है तथा कार्य संपन्न करने में भी असफल होते हैं।
निम्न स्तरीय गत्यात्मक समन्वयः बार-बार गिरने की प्रवृत्ति, निम्न स्तरीय संतुलन आदि शामिल होते हैं। ऐसे बच्चे हर हाथ से उसी समय कार्य करने में अयोग्य होते हैं वे हाथों से विभिन्न क्रियाएं करने में सक्षम नहीं होते कई बार वे हाथ और पैरों से एक साथ क्रियाएं करने में सक्षम नहीं होते। भी बहुत बेचैनी अनुभव करते हैं और ध्यान विस्तार भी इनका बहुत कम होता है। बच्चे आलसी और बहुत ही और संगठित होते हैं।
प्रत्यक्षीकरण दोषः उद्दीपन हो कि व्यक्ति द्वारा की गई व्याख्या ही प्रत्यक्षीकरण है। यह एक ज्ञानात्मक प्रक्रिया है जो संवेदना के आंकड़ों की पहचान करती है उन्हें संगठित करती है और उन्हें अर्थ पूर्ण सूचना में बदलती है प्रत्यय बकरियों में विभेदीकरण संबंधी करण और क्रम में करना आदि शामिल है। विभेदीकरण के अंतर्गत विभिन्न पक्षों में अंतर ढूंढा जाता है सामान वितरण के अंतर्गत सूचनाओं को एकत्रित किया जाता है तथा सूचनाओं के दो या अधिक सूचना स्रोतों से सूचनाओं को इकट्ठा अधिगम असमर्थ थी इन सभी क्षेत्रों में प्रत्यक्षीकरण की प्रक्रिया मैं कठिनाई अनुभव करते हैं।
स्मृति दोषः स्मृति को एक गतिशील प्रक्रिया माना जाता है जो हमें जटिल पर्यावरणीय सूचना को संगठित करने और भंडारित करने में सहायता देती है यह एक जटिल प्रक्रिया है जिसे सौदों के बावजूद भी अभी तक समझा नहीं जा सका। स्मृति संबंधी दोषों में श्रवण या दृष्टि दोष शामिल होता है अधिगम और समवर्ती दोनों प्रकार के दोषों का सामना करते हैं वह कई बार या भूल जाते हैं कि उनके कमरे का दरवाजा या बेड किधर है कई बार तबीयत इन शब्दों को सुनने के तत्काल बाद कि उनके कर्म के अनुसार भूल जाते हैं और इस प्रकार श्रवण में न्यूनता उनके अधिगम को बुरी तरह से प्रभावित करती है।
हाईपर क्रिया : हाइपर शब्द का अर्थ है अतिरिक्त या सामान्यता से अधिक। इस क्रिया का संबंध हलचल से है कमा समर्थित बच्चे हाइपर एक्टिव होते हैं वे चुपचाप नहीं बैठ सकते इनमें ध्यान का अभाव होता है वे ऐसे होते हैं ऐसे बच्चों की शैक्षिक समस्याएं सामान्य बच्चों की तुलना में अधिक होती है।
ध्यान का अभावः अधिगम असमर्थ बच्चे किसी एक क्रिया पर सामान्य समय के लिए केंद्रीय लेने में बहुत कठिनाई का सामना करते हैं। एक संज्ञानात्मक प्रक्रिया है जो हमें आसपास के उद्योगों की चयनित विशेषताओं पर ध्यान केंद्रित करने के योग्य बनाती है।
दिशा संबंधी भ्रमः इसमें शामिल है दाएं बाएं उत्तर पूर्व पश्चिम दक्षिण ऊपर-नीचे आदि। ऐसी असमर्थ बच्चों में नक्शों की सूचना समझने की योग्यता नहीं होती है वे सड़क की दिशाएं भी कई बार भूल जाते हैं।
स्थान ज्ञान का अभावः अधिगम असमर्थ थी बच्चे नए वातावरण से परिचित होने में कठिनाई अनुभव करते हैं। वे कई बार भवनों के कॉन्पलेक्स में रास्ता भूल जाते हैं और जटिल टेक्निकल कार्यों को भूल जाते हैं तथा यह भी भूल जाते हैं कि दूसरे लोग ऐसे जटिल कार्य कैसे करते हैं।
अधिगम असमर्थता के कारण
जैविक कारक
जननिक कारक
पर्यावरणीय कारक
अधिगम असमर्थियों की शिक्षाः ऐसे बच्चों की शिक्षा के लिए विभिन्न संभावित कार्यक्रम है
व्यवहारात्मक हस्तक्षेप
ज्ञानात्मक व्यवहारात्मक हस्तक्षेप
चिकित्सा आधारित हस्तक्षेप
बहु इंद्रिय उपागम
प्रत्यक्ष अनुदेशन