झारखंड राज्य खाद्य आयोग की ओर से कराए गए सोशल ऑडिट के अनुसार कितने फ़ीसदी बच्चों को मिड डे मील का अनाज नहीं दिया गया है?
झारखंड राज्य खाद्य आयोग की ओर से कराए गए सोशल ऑडिट के अनुसार 20 फ़ीसदी बच्चों को मिड डे मील का अनाज नहीं दिया गया है। इस ऑडिट को कराने का मुख्य उद्देश्य खाद्य सुरक्षा से संबंधित योजनाओं की हकीकत जानना। ऑडिट में खूंटी छोड़कर राज्य के सभी 23 जिलों के 254 प्रखंडों में किया गया। इसमें 6683 लाभुकों से संपर्क किया गया। इनमें 2546 अनुसूचित जनजाति, 1229 अनुसूचित जाति, 2538 ओबीसी, 43 कमजोर जनजातीय समूह और 327 सामान्य वर्ग परिवार से थे। इस दौरान बच्चों को खाद्यान्न के बदले नगद राशि देने की योजना भी लागू हुई थी इस ऑडिट में यह भी पता चला कि सिर्फ 62.8 फ़ीसदी बच्चों को ही नगद राशि मिली है।
1 दिन में शिकायतों के निपटारे के मामले में धनबाद रेल मंडल का देश भर में कौन सा स्थान है?
1 दिन में शिकायतों के निपटारे के मामले में धनबाद रेल मंडल का देश भर मे 11 वाँ स्थान है।
राज्य में संचालित कितने आवासीय विद्यालयों को आधुनिक मॉडल स्कूल के अनुरूप बनाया जाएगा?
राज्य में संचालित 175 आवासीय विद्यालयों को आधुनिक मॉडल स्कूल के अनुरूप बनाया जाएगा। इन विद्यालयों में हॉकी, फुटबॉल, मेडिकल सेवा एवं अन्य आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
जयपाल सिंह मुंडा परदेशिय छात्रवृत्ति योजना के तहत उच्च शिक्षा के लिए कितने आदिवासी छात्रों को ब्रिटेन भेजा जाएगा?
जयपाल सिंह मुंडा परदेशिय छात्रवृत्ति योजना के तहत उच्च शिक्षा के लिए 10 छात्रों को ब्रिटेन भेजा जाएगा। छात्रवृत्ति सीधे विश्वविद्यालय संस्थानों के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी 10 करोड़ सालाना बजट का प्रावधान रखा गया है।
वर्तमान में झारखंड में कितने एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय स्वीकृत है?
वर्तमान में झारखंड में23 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय स्वीकृत है। केंद्र सरकार के द्वारा राज्य में 69 नए एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से 53 विद्यालयों के लिए जमीन भी उपलब्ध करा दिया गया है।
आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत किस रेलवे स्टेशन में 24 घंटे एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है?
आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत रांची रेलवे स्टेशन में 24 घंटे एंबुलेंस की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। इसके लिए रांची जिला प्रशासन और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के बीच 8 जनवरी को ही एमओयू पर हस्ताक्षर हो गया है। डिवीजन में कुल 45 स्टेशन है।
झारखंड में तृप्ति योजना की शुरुआत किस आर्गेनाईजेशन के द्वारा की गई है?
झारखंड में तृप्ति योजना की शुरुआत झालसा ऑर्गनाइजेशन के द्वारा की गई है। इस योजना की शुरुआत करने का मुख्य उद्देश्य है सुदूर और जनजातीय गांवों में किसी की भूख से मौत ना हो। झालसा के वालंटियर गांव के मुखिया और अन्य जनप्रतिनिधियों से संपर्क करके गांव के हर व्यक्ति के बारे में जानकारी कट्ठा करेंगे तथा उनके घर राशन और खाद्यान्न की व्यवस्था करेंगे।