Q. झारखंड के किस जिले में भारतीय शिल्प बाजार का आयोजन किया जा रहा है?
झारखंड के खूंटी जिले में भारतीय शिल्प बाजार का आयोजन किया जा रहा है। यह बाजार कचहरी मैदान में गुजराती समाज हैंडीक्राफ्ट्स एंड हैंडलूम डेवलपमेंट संस्थान रांची के द्वारा लगाया गया है इसका शुभारंभ 17 अक्टूबर को किया गया है। इस बाजार में बांस से बना सामान, नागालैंड का ड्राई फ्लावर, दिल्ली की ब्लॉक प्रिंट कुर्ती, कोलकाता का जूट बैग, मुंबई के खिलौने, उत्तराखंड की हस्त निर्मित ज्वेलरी तथा अन्य घरेलू सामान आकर्षण का केंद्र है। बाजार में प्रवेश शुल्क ₹5 के साथ एकमास्क दिया जा रहा है। यह मेला 28 अक्टूबर तक रहेगा
Q. झारखंड के 1203 विद्यालयों में किस अभियान के तहत कंप्यूटर लगाए जाएंगे?
राज्य की 1203 विद्यालयों में झारखंड शिक्षा परियोजना के द्वारा कंप्यूटर लगाई जाएंगे। एक विद्यालय में 10 कंप्यूटर सेट लगाए जाएंगे। 5 वर्ष तक इसके संचालन और रखरखाव की जिम्मेदारी संबंधित एजेंसी की होगी। विद्यालयों में समग्र शिक्षा अभियान के तहत इस कार्यक्रम को पूरा करना है। झारखंड शिक्षा परियोजना ने वित्तीय वर्ष 2020 से 21 के बजट के तहत एक ग्यारह सौ करोड़ रुपए की मांग केंद्र सरकार से की है केंद्र सरकार ने अभी तक जितनी भी राशि राज्य सरकार को दी है उसका 94 फ़ीसदी खर्च झारखंड शिक्षा परियोजना के द्वारा किया जा चुका है।
Q. राज्य में चल रहे दीदी बाड़ी योजना में मनरेगा का सहयोग कौन सी संस्थान कर रही है?
राज्य में चल रहे दीदी बाड़ी योजना में मनरेगा का सहयोग झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी कर रही है। इस योजना के तहत 6 महीने में 500000 परिवारों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है तथा रोजगार उपलब्ध कराने के लिए चल रहे अभियान के 35 दिनों में डेढ़ करोड़ मानव दिवस सृजन का लक्ष्य रखा गया है। झारखंड में कुपोषण एक बड़ी समस्या है। इस योजना के तहत ग्रामीण अपनी पोषक वाटिका का निर्माण खुद करेंगे और उन्हें काम के एवज में मनरेगा के मध्य राशि का भुगतान किया जाएगा। इन सभी कार्यों के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है तथा इस प्रशिक्षण का व्यय भी राज्य आजीविका मिशन ही देगा।
ग्रामीण विकास सचिव आराधना पटनायक है।
Q. राज्य सरकार के द्वारा आदर्श विद्यालय योजना पर कुल कितना रुपए खर्च किया जाएगा?
राज्य सरकार के द्वारा विद्यालय योजना पर कुल अट्ठारह सौ पचासी करोड रुपए खर्च किए जाएंगे। राज्य सरकार ने आदर्श विद्यालय योजना के तहत जिला स्तर पर 80 उत्कृष्ट विद्यालय एवं प्रखंड और पंचायत स्तर पर 4416 आदर्श विद्यालय विकसित करने का योजना बनाया है। इन विद्यालयों को 5 साल में विकसित किया जाएगा । इस योजना के तहत स्कूलों में आधारभूत संरचना का विकास करने के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को केंद्र में रखा जाएगा।
Q. एचईसी किस देश की कंपनी के साथ पवन ऊर्जा के क्षेत्र में जल्द ही ज्वाइंट वेंचर में काम करेगी?
एचईसी और जर्मन की कंपनी स्काईविंड पवन ऊर्जा के क्षेत्र में जल्दी ज्वाइंट वेंचर में काम करेगी। दोनों कंपनी मिलकर पवन ऊर्जा से संबंधित उपकरणों का उत्पादन और पवन ऊर्जा मिल की स्थापना करेंगे। इस गाड़ी को लेकर दोनों कंपनियों के बीच में समझौता हुआ है जिसमें स्काईविंड इस कार्य के लिए HEC मैं 500 करोड़ तक का निवेश करेगी। टरबाइन इसका महत्वपूर्ण उपकरण है, जिसका निर्माण एचईसी को करना है क्योंकि इसके पास सभी तरह के टरबाइन बनाने की क्षमता है। एक विंडमिल से करीब 3.5 मेगा वाट बिजली पैदा होती है यह एक नवीनतम तकनीक है जो दुनिया में अभी कहीं नहीं है प्रोजेक्ट के शुरू होने से एचईसी की विश्व बाजार में काफी मांग होगी। भारत का पवन ऊर्जा के उत्पादन में विश्व में चौथा स्थान है। वर्तमान में इसकी क्षमता लगभग 27000 मेगावाट है। इस क्षमता को 2022 तक बढ़ाकर 60गीगा वाट तक ले जाना है।
Q. इज ऑफ डूइंग बिजनेस 2019 रैंकिंग में पूरे देश में झारखंड का क्या स्थान है?
इज ऑफ डूइंग बिजनेस 2019 रैंकिंग में पूरे देश में झारखंड का पांचवा स्थान है। इस रैंकिंग की सूची को उद्योग और आंतरिक व्यापार विभाग भारत सरकार के द्वारा जारी किया गया है। इसमें व्यवसाय और निवेश से जुड़े नियमों में बदलाव और व्यापार के अनुकूल माहौल बनाने के प्रयासों के दम पर झारखंड शामिल हुआ है। 2015 में झारखंड तीसरे स्थान पर और 2017 में चौथे स्थान पर था।