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झारखंड में कोल विद्रोह दिवस कब मनाया जाएगा?
झारखंड में कोल विद्रोह दिवस 11 दिसंबर को मोराबादी मैदान में मनाया जाएगा। इस वर्ष इस विद्रोह का 189 वर्ष पूरा हो जाएगा। इस कार्यक्रम में संथाल, उड़ाव, मुंडा, हो, भूमिज, करमाली, लोहरा समेत 32 आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है। इस समारोह में कोल विद्रोह के इतिहास और आदिवासी समुदाय पर इसके महत्व की जानकारी दी जाएगी। आदिवासियों का यह महान विद्रोह 11 दिसंबर 1831 से शुरू होकर अप्रैल 1832 तक चला था। इस विद्रोह का संबंध मूल रूप से जमीन, स्वशासन व्यवस्था, धर्म और भाषा की रक्षा के लिए था।

मगध सीएचपी, सीसीएल से 527.11 करोङ रुपए प्रोजेक्ट का कॉन्ट्रैक्ट झारखंड के किस इंडस्ट्री ने हासिल किया है?
मगध सीएचपी, सीसीएल से एचईसी ने 527.11 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट हासिल किया है। जो प्राइस एचईसी ने कोट किया था उसे एल वन श्रेणी में रखा गया था। इस वित्तीय वर्ष में एचईसी ने पहले से ही 2 बड़े आर्डर प्राप्त किए हैं। यह दोनों आर्डर कोल हैंडलिंग प्लांट का है। इसमें से एक नार्दन कोलफील्ड लिमिटेड के ब्लॉक बी सी एच पि के लिए है, जिसकी वैल्यू 167.45करोड रुपए है। दूसरा साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के गेवरा सीएचपी प्रोजेक्ट से संबंधित है, इसकी वैल्यू 615 करोड रुपए है।

झारखंड के किस जिले में 200 बेड का सुपर स्पेशलिटी चेन्नई अपोलो अस्पताल का निर्माण किया जाएगा?
झारखंड के रांची जिले के डोरंडा घाघरा बस्ती में 200 बेड का सुपर स्पेशलिटी चेन्नई अपोलो अस्पताल का निर्माण किया जाएगा। 11 सितंबर 2012 को रांची नगर निगम के द्वारा पीपीपी मोङ पर इस अस्पताल को निर्माण करने का निर्णय लिया गया था। 2014 में हमारे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी इस योजना को पास कर दिया था, परंतु जिस रास्ते पर यह अस्पताल बनाना था वहां तक पहुंचने के लिए कोई भी सरकारी रास्ता नहीं था जिससे इसके निर्माण में काफी सारी रुकावटें आ रही थी। 29 लाख की लागत से 180 फीट लंबी सड़क का निर्माण निगम के द्वारा किया जा रहा है। हेमंत सोरेन के 1 साल पूरा होने पर अस्पताल का शिलान्यास खुद हेमंत सोरेन के द्वारा किया जाएगा। झारखंड बिहार समेत पड़ोसी राज्यों से इलाज के लिए लोग चेन्नई अपोलो जाते हैं, इस अस्पताल के निर्माण हो जाने के बाद अब लोगों को झारखंड से बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

शैक्षणिक सत्र 2021 से 2022 में कुल नामांकन से कितने लाख सेट कम किताबों की छपाई होगी?
शैक्षणिक सत्र 2021 से 2022 में कुल नामांकन से 12 .48 लाख सेट कम किताबों की छपाई होगी। इस सत्र के लिए 27 लाख 51 हजार 315 किताबें छापने की तैयारी की जा रही है। जिसमें की सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों की कक्षा 1 से 8 तक के लगभग 4000000 बच्चे नामांकित हैं।

एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत झारखंड के बिरसा जैविक उद्यान में कौन सा जानवर लाया गया है?
एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत बिरसा जैविक उद्यान में दो भेड़ियों एक नर और एक मादा को लाया गया है। बिरसा जैविक उद्यान में 24 साल में पहली बार यहां पर्यटकों को भेड़िए देखने को मिलेंगे। एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत सीजेडी की स्वीकृति के बाद 19 नवंबर की सुबह कमला नेहरू जूलॉजिकल पार्क इंदौर से पशु चिकित्सक डॉक्टर उत्तम यादव और संतोष सिंह पवार ने एक नर और एक मादा भेड़िया बिरसा जैविक उद्यान में लाया। नर भेड़िए की उम्र 3 साल है जबकि मादा की उम्र ढाई साल है। भेड़िए के बदले बिरसा जैविक उद्यान से एक नर और एक मादा शुतुरमुर्ग कमला नेहरू जूलॉजिकल पार्क भेजे गए।
बिरसा मुंडा जैविक उद्यान रांची के ओरमांझी प्रखंड में स्थित है। इसकी स्थापना 1994 को हुई थी।


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