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इंटेलिजेंस ब्यूरो IB# भारत की प्रमुख खुफिया एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो के बारे जानिए- यह भारत की आंतरिक खुफिया एजेंसी है। इसका मुख्य उद्देश्य गोपनीय रूप से कार्य करना है। यह मुख्य रूप से देश की सुरक्षा के लिए देश के अंदर खुफिया जानकारी इकट्ठा करता है ।vinayiasacademy
इंटेलिजेंस ब्यूरो में कानून प्रवर्तन एजेंसी के कर्मचारी शामिल होते हैं। आमतौर पर इसमें भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) और सेना के लोग शामिल हैं।
जब भारत में ब्रिटिश सरकार थी उस समय ही आईबी की अवधारणा विकसित हो गई थी, 1850 ईसवी में मेजर जनरल चाल मैकग्रेगर को शिमला में ब्रिटिश इंडियन आर्मी की खुफिया विभाग का प्रमुख बना दिया गया था ।vinayiasacademyउस समय इसका उद्देश्य रखा गया था कि अफगानिस्तान में रूसी सैनिक की तैनाती पर निगरानी रखना है क्योंकि उस समय ब्रिटेन सरकार को यह डर सता रहा था कि कहीं रूस उत्तर पश्चिम की ओर से ब्रिटिश भारत में आक्रमण ना कर दे। इसलिए इसे मुख्य जिम्मेवारी दी गई कि वह अफगानिस्तान पर नजर रखें ।इंटेलिजेंस ब्यूरो की स्थापना 1887 में की गई। इसका मुख्यालय वर्तमान में दिल्ली में है और इसे एक महत्वपूर्ण खुफिया एजेंसी कहा जाता है।
विश्व में भारत में मोर्ले मिंटो सुधार के नाम पर सांप्रदायिक कानून लाया गया था उस समय भारत में आंदोलन शुरू हो गई थी, 1909 ईस्वी में इंग्लैंड में भारतीय राजनीति महत्वपूर्ण हो चुकी थी इसलिए एक खुफिया कार्यालय बनाया गया। 1923 ईस्वी में इंडियन पॉलीटिकल इंटेलिजेंस उसका नाम रखा गया तथा आजादी के समय 1947 में गृह मंत्रालय के अधीन केंद्रीय खुफिया ब्यूरो के रूप में इंटेलिजेंस ब्यूरो को रखा गया।
1947 में आंतरिक और बाहरी खुफिया एजेंसी दोनों के रूप में इंटेलिजेंस ब्यूरो काम करती थी। लेकिन 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद तथा 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद ऐसा माना गया कि ब्यूरो ने बहुत सी गलतियां कर दी है ।उनके पास में वह सारी खुफिया जानकारी नहीं आ पाई जिससे चलते भारत की बहुत किरकिरी हुई थी। यही कारण है कि 1968 ईस्वी में इसे अलग-अलग खंडों में विभाजित कर दिया गया और इंटेलिजेंस ब्यूरो के काम को अलग किया गया vinayiasacademy और उसे सिर्फ आंतरिक खुफिया का काम सौंप दिया गया। अब यह भारत की दूसरी खुफिया एजेंसी और पुलिस के बीच खुफिया जानकारी एकत्रित करती है और उसे साझा करती है ।यह भारत के अलग-अलग हिस्से में सामाजिक धार्मिक कार्यक्रम के अलावा कुछ ऐसी घटनाओं को भी देखती है जिससे भारत के अलग-अलग राज्यों में आंदोलन हो सकता है। यह संकट की स्थिति पैदा हो सकती है। अगर बहुत बड़ी संकटकालीन स्थिति है तो प्रेस के साथ भी बातचीत कर सकते हैं

सीबीआई(CBI) को जानिए विस्तार पूर्वक– सेंट्रल ब्यूरो आफ इन्वेस्टिगेशन( CBI) भारत सरकार की प्रमुख जांच एजेंसी है ।इसकी स्थापना 1 अप्रैल 1963 को की गई थी, हलांकि इसकी उत्पत्ति 1941 में विशेष पुलिस प्रतिष्ठान के रूप में की गई थी ।जिसमें दूसरे विश्व युद्ध के समय भारतीय युद्ध और आपूर्ति विभाग में लेनदेन में जो भ्रष्टाचार हुआ था उसके मामले की जांच करना था। 1946 में दिल्ली विशेष पुलिस प्रतिष्ठान अधिनियम लागू किया गया। इसके द्वारा गृह विभाग को यह डिपार्टमेंट दे दिया गया, 1963 को इसका नाम केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो रखा गया 1955 से लेकर 1963 तक विशेष पुलिस स्थापना के पुलिस निरीक्षक सीबीआई का काम देखते थे । विभाग कार्मिक विभाग कार्मिक लोक शिकायत मंत्रालय की प्रमुख पुलिस एजेंसी दिल्ली स्पेशल पुलिस एक्ट 1946 भारत में अधिकारिक आई सीबीआई ही है
सीबीआई का डायरेक्टर इसका प्रमुख होता है इसके सहयोग के लिए विशेष निदेशक अथवा अतिरिक्त निदेशक होते हैं इसके अतिरिक्त संयुक्त निदेशक उपमहानिरीक्षक पुलिस अधीक्षक और पुलिस कार्मिक के वी रैंक सीबीआई में है सीबीआई में लगभग 5000 कार्मिक रैंक के पदाधिकारी, 125 फॉरेंसिक वैज्ञानिक है और 250 कानूनी अधिकारी। सीबीआई निदेशक पुलिस महा निरीक्षक के रूप में जबकि दिल्ली विशेष पुलिस प्रतिष्ठान सीबीआई के प्रशासन के लिए जिम्मेदार होता है ।सीवीसी एक्ट 2003 पारित होने के बाद अब सीबीआई अपराध अनुसंधान का कार्ड भी देख सकते हैं ।इनके निदेशक को अवधि विस्तार भी दी जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य संविधान और देश के कानून की रक्षा करना, अनुसंधान करना, अपराध का विवरण बताना, अपराध किस प्रकार से किया गया था, उसे सामने लाना, को नेतृत्व दिशा निर्देश देना, कानून लागू करने में अलग-अलग राज्यों के बीच संबंध बनाना, अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ाना भी है।
सार्वजनिक जीवन में हो रहा भ्रष्टाचार आर्थिक एवं हिंसक अपराध विभिन्न न्यायालय में लंबित मामला साइबर क्राइम कार्यस्थल पर अच्छा वातावरण बनाना, टीम भावना विकसित करना, आपसी विश्वास को बढ़ावा देना, राज्य का पुलिस संगठन और कानून लागू करने वाली एजेंसी के बीच राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय सहयोग करना, मानवाधिकार की रक्षा करना, पर्यावरण की रक्षा करना, कलात्मक वस्तुओं की रक्षा के लिए बेहतर माहौल तैयार करना ,सारी चीजें सीबीआई की जिम्मेवारी होती है।
सीबीआई में एंटी करप्शन डिवीजन इकोनॉमिक्स क्राइम डिवीजन स्पेशल क्राइम डिवीजन होता है। एंटी करप्शन डिवीजन खास तौर पर केंद्र सरकार का अलग-अलग विभाग में होने वाले भ्रष्टाचार का जांच करता है। इकनोमिक क्राइम डिवीजन बैंकिंग फ्रॉड आयात निर्यात और विदेशी मुद्रा से जुड़ा हुआ नियम नशीली दवा का नियम तस्करी से जुड़ा हुआ नियम की जांच करता है ।सीबीआई का स्पेशल ब्रांच आतंकवाद या चर्चित हत्या से संबंधित अनसुलझी गुत्थी , माफिया के खिलाफ जांच करता है।
सीबीआई अकैडमी गाजियाबाद में स्थित है। इसके पहले इसका प्रशिक्षण केंद्र नई दिल्ली में होता था। यहां पर पेशेवर अपराधी के गिरोह को कैसे तोड़ा जाए गंभीर अपराध का अनुसंधान कैसे किया जाए भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी के रूप में ट्रेनिंग दी जाती है।
सीबीआई में भ्रष्टाचार निरोधक शाखा आर्थिक अपराध शाखा विशेष अपराध शाखा नीतिगत एवं अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग शाखा प्रशासनिक शाखा अभियोग निदेशालय केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला होता है


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