13वीं शताब्दी में वेनिस से मार्कोपोलो जो भारत आया था ने दक्षिण भारत की सामाजिक व आर्थिक स्थिति को बताया है मोहम्मद तुगलक के समय में आए इब्नबतूता ने सामाजिक स्थिति पर प्रकाश डाला है। निकोली कोंटी दो 1419 से 1444 ईस्वी तक भारत के बारे में बताया है, वही पर्शियन राजदूत अब्दुर रज्जाक के विवरण विजयनगर के बारे में बताते हैं, turkish यात्री अलीरेस 1553 से 1556 तक की भारत की स्थिति का विवरण किया है ,ने मुगल कालीन सामाजिक राजनीतिक व आर्थिक स्थिति पर प्रकाश डाला है तो जहांगीर के काल में आए विलियम हॉकिंस,delate,pel एवं यूरोपीय यात्री के रूप में तात्कालिक स्थिति का वर्णन किया है। मथुरा उड़ीसा माउंट आबू के मंदिरों से राजपूत कालीन स्थापत्य कला मूर्तिकला व सांस्कृतिक जीवन के बारे में पता चलता है अजमेर में डाई दिन का झोपड़ा कुतुबमीनार गुलाम वंश के इतिहास पर प्रकाश डालते हैं बाबर अकबर एवं जहांगीर के समय निर्मित इमारत स्थापत्य कला और वास्तुकला को बताते हैं शाहजहां द्वारा बनाया गया ताजमहल स्थापत्य कला का एक नमूना है। विजयनगर साम्राज्य से संबंधित अभिलेख चोल के अभिलेख पाल प्रतिहार राष्ट्रकूट के अभिलेख भी जानकारी देते हैं। मध्यकालीन सिक्कों से भी सुल्तान व शासक के समय की आर्थिक स्थिति का पता चलता है उदाहरण के लिए मोहम्मद तुगलक द्वारा सांकेतिक मुद्रा चलाने की योजना इस बात को बताती है कि आर्थिक दृष्टि से उस काल में संकट उत्पन्न हुआ था, इसकी प्रकाश इसी प्रकार से कुतुबुद्दीन ऐबक इल्तुतमिश अलाउद्दीन खिलजी फिरोज़ शाह तुगलक ने भी सिक्का व्यवस्था को आगे बढ़ाया

August 12, 2020
भारत पर अरबों का आक्रमण
Share it1.भारत पर अरबों का आक्रमण कब हुआ ?इस आक्रमण से भारत को क्या क्या हानियां हुई वर्णन करें? 2.मोहम्मद बिन कासिम का इस आक्रमण में क्या योगदान था? 3.मोहम्मद गजनवी ने भारत में कब...