Share itलाल मिट्टी – #vinayiasacademy.com# यह मिट्टी पूरे झारखंड में पाई जाती है। यह मिट्टी कम उपजाऊ होती है । शुष्क व आद्र जलवायु के कारण लौह ऑक्साइड से भरपूर होती है। लौह तत्वों की...
Share itमौसम वैज्ञानिकों द्वारा जलवायु के आधार पर झारखंड पर्याप्त आद्रता तथा अधिक वर्षा वाला क्षेत्र माना जाता है। तीन प्रकार की ऋतुएँ पाई जाती है :- ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु व शीत ऋतु। ग्रीष्म...
Share itझारखंड के विश्वविद्यालय:- रांची विश्वविद्यालय रांची (1960) रांची इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ लीगल मेट्रोलॉजी, रांची,(1972) बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, रांची (1981) विनोबा भावे विश्वविद्यालय ,हजारीबाग (1992) सिद्धू कान्हू विश्वविद्यालय ,दुमका (1992) निलंबर पीतांबर विश्वविद्यालय ,मेदिनीनगर (2009)...
Share itवाद्य यंत्र के चार मुख्य श्रेणियां हैं :- पहली श्रेणी- ऐसे वाद्ययंत्र जिनमें डोरी या तार को रगड़ने से ध्वनि उत्पन्न होती है। इसे तांत या तंतु वाद्य यंत्र कहते हैं । जैसे बनम,...
Share it राज महल का किला (राजमहल) जुबली पार्क ,साकची (जमशेदपुर) वैद्यनाथ मंदिर (देवघर ) नवरत्न गढ़ (गुमला ) पारसनाथ का मंदिर (गिरिडीह ) विश्रामपुर किला (पलामू) इचाक का किला (हजारीबाग) अलीनगर का किला (पलामू...
Share itहिंदू धर्म :- #vinayiasacademy.com# झारखंड में हिंदू धर्म को मानने वाले की संख्या अधिक है। इस धर्म में असंख्य देवी -देवताओं की पूजा अर्चना की जाती है। हिंदुओं के चार वर्ण – ब्राह्मण ,क्षत्रिय...
Share itहो जनजाति की शासन व्यवस्था (मानकी मुंडा शासन व्यवस्था और विलकीन्सन रूल्स) हो जनजाति झारखंड की आबादी की दृष्टि से चौथी सबसे बड़ी जनजाति है। यहां डायन प्रथा पाई जाती है यदि किसी महिला...
Share itतुगलक वंश गयासुद्दीन तुगलक 1320-1325 ने 94 वर्षों तक शासन किया इसके बाद मोहम्मद बिन तुगलक वन 1325-1351तक शासन किया जो कि बहुत पढ़ा लिखा शासक थे इन्होंने काफी बदलाव किया जैसे कॉपर सिक्के...
Share it 1765 ई० – सर्वप्रथम झारखंड में अंग्रेजों का प्रवेश (सिंहभूम) में हुआ एवं बाहरी लोगों की बाढ़ सी आ गई। उस समय 3 राज्य प्रमुख थे – ढ़ालभूम (ढाल राजाओं का क्षेत्र),पोड़ाहाट (सिंह...
Share itकिसान सभा:- गठन – कृषकों की भूमिका को सुनिश्चित करने के लिए पॉल दयाल और थेबिल उरांव ने “किसान सभा” का गठन किया था । झारखंड पार्टी :- गठन -1950 में जमशेदपुर अधिवेशन में।...