मौसम वैज्ञानिकों द्वारा जलवायु के आधार पर झारखंड पर्याप्त आद्रता तथा अधिक वर्षा वाला क्षेत्र माना जाता है।
तीन प्रकार की ऋतुएँ पाई जाती है :-
ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु व शीत ऋतु।
ग्रीष्म ऋतु:-
- समय – 15 मार्च से 15 जून।
- औसत तापमान- 29 डिग्री सेल्सियस से 43 डिग्री सेल्सियस ।
वर्षा ऋतु:-
- समय- 15 जून से 15 अक्टूबर
- सर्वाधिक वर्षा वाला जिला- लातेहार
शीत ऋतु :- #vinayiasacademy.com#
- समय- अक्टूबर से फरवरी
- तापमान – 7.5 डिग्री सेल्सियस .
- सर्वाधिक शीत ऋतु वाला जिला – नेतरहाट

छोटा नागपुर की जलवायु को सात भागों में विभाजित किया गया है-
उत्तरी एवं उत्तर पश्चिमी जलवायु क्षेत्र-
- चतरा, पलामू, गढ़वा, हजारीबाग, गिरिडीह मध्यवर्ती भाग में है, यहां सबसे ज्यादा गर्मी तथा सबसे ज्यादा ठंड पड़ती है।
- देवघर ,गोड्डा ,दुमका पश्चिमी भाग में आता है।
मध्यवर्ती जलवायु क्षेत्र –
- इस क्षेत्र में वर्षा -50 से 60 सेमी
- प्रमुख जिला- हजारीबाग ,धनबाद ,बोकारो .
पूर्वी संथाल जलवायु क्षेत्र –
- इस क्षेत्र में आद्रता अधिक होती है ।
- औसत वर्षा- 60 सेंटीमीटर से अधिक।
सागरीय प्रभाव वाला जलवायु क्षेत्र –
- औसत वर्षा- 55 से 60 सेमी०
- स्वर्णरेखा घाटी, चाईबासा ,पंच परगना के समतल मैदानों में विस्तार।
दक्षिण पश्चिमी जलवायु क्षेत्र –
- इस क्षेत्र का विस्तार- पश्चिमी सिंहभूम, कोयल व शंख नदी। औसत वर्षा – 60 सेमी०
पाट जलवायु क्षेत्र-#vinayiasacademy.com#
- अधिक ऊंचाई होने के कारण इस क्षेत्र में अधिक वर्षा होती है ।
- औसत वर्षा- 1200 मिमी ।
ग्रीष्मकालीन तापमान-
- जमशेदपुर में सर्वाधिक व हजारीबाग में सबसे कम
रांची और हजारीबाग का जलवायु क्षेत्र –
- इस क्षेत्र में गर्मियों में तापमान सबसे अधिक तथा रातो में अपेक्षाकृत तापमान कम रहती है।