किसान सभा:-
- गठन – कृषकों की भूमिका को सुनिश्चित करने के लिए पॉल दयाल और थेबिल उरांव ने “किसान सभा” का गठन किया था ।
झारखंड पार्टी :-
- गठन -1950 में जमशेदपुर अधिवेशन में। उद्देश्य – गैर-आदिवासी लोगों को आंदोलन से जोड़ना।
- संस्थापक- जयपाल सिंह
- झारखंड पार्टी ने विधानसभा में 32 सीट हासिल कर अलग राज्य झारखंड की गठन का बाद उठाया।
- विलय-20 जून 1963 को कांग्रेस के साथ विलय ।
झारखंड मुक्ति मोर्चा:-
- गठन -सन् 1972 (संस्थापक -बिनोद बिहारी महतो )
- मुख्यालय -बरियातू रोड ,रांची
- झारखंड के शोषित उत्पीड़ित आदिवासियों को न्याय दिलाना (नेता -शिबू सोरेन)
आजसू (संपूर्ण झारखंड छात्र संघ) :-
- गठन – 22 जून 1986 ( नेतृत्व -सूर्य सिंह बेसरा)
- उद्देश्य- झारखंड के युवा वर्ग को आंदोलन से जोड़ना ।
- 26 जनवरी 1986 को आजसू द्वारा बंद का ऐलान किया गया जिसमें झामुमो ने समर्थन दिया।

आदिवासी महासभा:-
- गठन- 1938 (जयपाल सिंह मुंडा की अध्यक्षता)
- सभी छोटे-बड़े संगठनों को मंच पर लाने तथा आदिवासी नेता राजनीति में आने को प्रेरित हुए तथा गैर आदिवासी को शामिल करने के लिए इसका गठन किया गया।
- आदिवासी महासभा के 1950 के जमशेदपुर अधिवेशन में झारखंड पार्टी का गठन हुआ।
ढ़ाका छात्रसंघ :-
- स्थापना- सन्1910 में (सेंट कोलंबस कॉलेज के जे वार्थोलेमन द्वारा)
- ईसाई मिशनरियों के सहयोग से आदिवासी छात्रों के शिक्षा नीति के अंतर्गत स्थापना की गई।
- उद्देश्य- धार्मिक व सांस्कृतिक रूप से आदिवासी छात्रों के लिए शिक्षा तथा रोजगार के साथ स्वतंत्रता की भावना का विकास करना।
छोटानागपुर उन्नति संघ:-
- गठन- 1928 ईस्वी
- उद्देश्य- जनजातीय समाज में पुनर्जागरण ।
- इस संघ की मांग – साइमन कमीशन से अलग राज्य की मांग ,पुनर्गठन आयोग के सामने सांसद रामनारायण सिंह के नेतृत्व में मांग पत्र प्रस्तुत किया ।
छोटानागपुर कैथोलिक सभा:-
- गठन -आर्यबिशप के सहयोग से इस सभा का गठन ।
- गतिविधियां – सामाजिक एवं धार्मिक चेतना में सक्रिय।
- चुनाव में सफलता – सन् 1937