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1.झारखंड राज्य में कितनी बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया है?
Ans-तीन बार
19 जनवरी 2009 से 29 दिसंबर 2009 तक( इसके बाद शिबू सोरेन तीसरी बार मुख्यमंत्री बने)
1 जून 2010 से 11 सितंबर 2010 तक (इसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा बने)
18 जनवरी 2013 से 13 जुलाई 2013 तक (जिसके बाद हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने)

2.भाजपा सरकार ने झारखंड वनांचल राज्य बनाने की घोषणा किस वर्ष की गयी?
Ans-1998 में केंद्र में भाजपा सरकार ने झारखंड अलग राज्य बनाने की घोषणा की। हालांकि 1988 में भाजपा द्वारा अलग राज्य की मांग की गई थी।
21 अगस्त 1998 में राष्ट्रपति के आर नारायण की स्वीकृति दी गई।
23 सितंबर को विधेयक को लोकसभा में पेश किया गया।

3.छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम कब लागू किया गया ?
Ans-1908 में लागू किया गया।
छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम का प्रारूप 1903 में तैयार किया गया।
जिसके बाद संशोधन व परिवर्तन करते हुए 11 नवंबर 1908 को इसे लागू किया गया ।

4.बेनीसागर का मंदिर किसके द्वारा स्थापित किया गया ?
Ans-बंगाल के शासक शशांक द्वारा स्थापित किया गया।
यह एक शिव मंदिर है।
पश्चिमी सिंहभूम के अंतिम छोर पर उड़ीसा राज्य के क्योंझर के नामक स्थान पर स्थित है ।

5.झारखंड में इटखोरी का मंदिर कहां स्थित है?

Ans-हजारीबाग से 53 किलोमीटर दूर चतरा जिले में स्थित है।
यहां मां भद्रकाली का प्राचीन मंदिर है। यहाँ स्तूप के समीप सैकड़ों शिवलिंग स्थापित है तथा यहां एक भव्य यक्छशाला है।

6.मौलीक्छा मंदिर का निर्माण किसके द्वारा कराया गया था?
Ans-17 वीं शताब्दी में ननकर राजाओं द्वारा कराया गया।
यह मंदिर दुमका के मलूटी गांव में स्थित है, यह मंदिर इस क्षेत्र की एक महान शक्तिपीठ है।

7.खुदीराम महतो किस भाषा के रचनाकार है?

Ans-कुरमाली भाषा

8.बिरसा मुंडा और उनका आंदोलन पुस्तक किसके द्वारा लिखा गया है?
Ans- डॉक्टर कुमार सुरेश सिंह ।
एंथ्रोपॉलजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के अध्यक्ष, छोटानागपुर कमिश्नरी के कमिश्नर पद तथा रांची विश्वविद्यालय के कुलपति पद पर इनका सराहनीय योगदान रहा है ।

9.आजसू पार्टी की स्थापना कब की गई?
Ans-22 जून 1986 में सूर्य सिंह बेसरा के नेतृत्व में इस पार्टी की स्थापना की गई।
इसका उद्देश्य युवा वर्ग को आंदोलन से जोड़ना था।

10.पुनपुन नदी को किस नाम से जाना जाता है?

Ans-कीकट नदी एवं कहीं-कहीं बमागधी भी कहा जाता है।
पुनपुन नदी व इसके सहायक नदी का उद्भव स्थान हजारीबाग के पठार व पलामू के उत्तरी क्षेत्रों में होता है।
इसकी सहायक नदी- दरधा व मोरहर नदी है।
इस नदी को पवित्र नदी के रूप में पूजा जाता है।


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