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प्राचीन इतिहास (8वीं से 12वीं शताब्दी) :-

1.संस्कृत साहित्य में झारखंड को कलिंद देश कहा जाता था
2.महाभारत काल में झारखंड को पुंडरीक देश के रूप में छोटानागपुर।
3.ऐतरेय ब्राह्मण में झारखंड को पुण्ड्र .
4.वायु पुराण में मुरण्ड
5.विष्णु पुराण में मुंड कहा जाता था।
7.झारखंड राज्य सघन वनों से परिपूर्ण कैमूर और विंध्य पहाड़ियों से घिरा है ।


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8.असुर, खड़िया और बिरहोर यहां की प्राचीन जनजातियां थी।
9.झारखंड का प्रथम शिलालेख( बारहवीं शताब्दी)- राजा गंगराज नरसिंह देव का शिलालेख दक्षिण दिशा में पाया गया।
10.हजारीबाग में प्रागैतिहासिक मानव द्वारा निर्मित चित्रकारी का नमूना मिला।
11.भारतीय पुरातत्व में असुर शब्द का प्रयोग- रांची, गुमला, लोहरदगा जिले के कई स्थलों की ऐतिहासिक पहचान करने के लिए प्रयुक्त हुआ ।असुर ,खड़िया व बिरहोर के बाद यहां अन्य जनजातियां( मुंडा ,हो, चेरो, संथाल, कोरबा, भूमिज) ने शरण ली।
13.मुंडा लोग मध्य भारत में आर्यों के आगमन के बाद छोटा नागपुर में आकर बसे । इनके बारे में कहा जाता है कि यह लोग तिब्बत से आए थे।
14.आर्य विरोधी जनजाति में प्रमुख – भूमिज व संथाल ।
15.10 वीं शताब्दी में हिंदू धर्म को स्थापित कर दिया गया( प्रसिद्ध शैव सम्राट शशांक द्वारा)।
16.जैनियों के 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ का निर्माण गिरिडीह के पारसनाथ पहाड़ी पर आठवीं सदी ईसा पूर्व हुआ था।
17.मुंडा जनजाति के प्रथम नेता -रीता मुंडा (इनके द्वारा छोटानागपुर क्षेत्र के राज्य निर्माण शुरू किया गया था) .
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18.सुतिया पाहन- मुंडाओ का शासक। इन्होंने राज्य का नामकरण कर सुतियानागखंड रखा।
19.यह 7 गढ़ो में विभक्त था – लोहागढ़ (लोहरदगा),हजारीबाग ,पालनगढ़ (पलामू),मानगढ़ (मानसून), सिंहगढ़(सिंहभूम) केसलगढ़ और सरगुजा । बाद में यह राज्य 21 परगनो में बांटे गए ।

20.10 वीं शताब्दी- नागवंशी वंश की स्थापना (राजधानी- खोखरा)
21.इसका प्रथम राजा -फणी मुकुट राय(66 परगनो में सबसे अधिक शक्तिशाली व प्रभावशाली राज्य नागवंश था)।
22.नागवंशी राज्य के समय में कुछ स्वर्ण जनजातियां (ब्राह्मण ,राजपूत आदि )भी पनपने लगे थे।
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23.नागवंशी के चौथे राजा प्रताप राय ने अपनी राजधानी चुटिया को बनाया।
24.सिंह वंश की स्थापना -आठवीं शताब्दी नागवंशी राजा भीमकरण ने सरगुजा को ‘बरवा की लड़ाई’ में पराजित किया इसके बाद पुनः राजधानी खोखरा को बनाया गया ।
25.भीमकरण ने भीमसागर का निर्माण कराया। 26.सिंह वंशी पश्चिमी भारत से आए जो राठौर राजपूत थे इन्होंने पोरहट राज्य की स्थापना की।
27.सिंह वंश के प्रथम शाखा की स्थापना काशीनाथ सिंह ने किया और सिंहभूम राज्य बनाया।
28.सिंह वंश के दूसरी शाखा की स्थापना देव नारायण सिंह ने किया था यह सन 1205 में की गई थी ।
29.1206 ईस्वी में बख्तियार खिलजी ने झारखंड से होकर नदियां पर आक्रमण किया था।
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30.सिंहभूम को ‘पोरहट के सिंह राजाओं की भूमि’ कहा गया।
31.सिंह वंश का शासन लगभग 13वी सदी तक रहा । सन् 1262 में युधिष्ठिर ने शासन संभाली तथा 9 वर्ष बाद काशीराम सिंह को सिंहभूम का राजा बना ।

32. 13वां राजा जगन्नाथ सिंह बना जो निर्दयी व क्रूर था। जिसके अत्याचारों के कारण भूमिज विद्रोह हुआ।


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