पृथ्वी
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पृथ्वी पूरे सौरमंडल एकमात्र ऐसा ग्रह है जहां जीवन संभव है पृथ्वी सूर्य का तीसरा निकटम ग्रह है। आंतरिक ग्रह मैया सबसे बड़ा ग्रह है । वैज्ञानिकों के अनुसार पृथ्वी की आयु लगभग 4.6 अरब वर्ष की है। सौरमंडल के दो ग्रहों मंगल एवं शुक्र के बीच या स्थित है। पृथ्वी पर जल की उपस्थिति के कारण उसे मिला ग्रह भी कहा जाता है। पृथ्वी ब्रह्मांड का पांचवा सबसे बड़ा ग्रह है।इसका द्रव्यमान 6.569*1021 टन है।
पृथ्वी की सूर्य से दूरी 9.3 करोड़ मील है।
पृथ्वी का कुल क्षेत्रफल 510,100,500 वर्ग किलोमीटर है। इसमें कुल स्थलीय क्षेत्रफल 148,95,800 वर्ग किलोमीटर (कुल 29.08%) है, जबकि जलीय क्षेत्रफल 3,61,149,700 किलोमीटर (70.92%) है।Vinayiasacademy.com
पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह चंद्रमा है।
पृथ्वी की संरचना:
पृथ्वी की आकृति लहकक्ष गोदाम (oblate spheloid) के समान है।यह लगभग गोलाकार का है,जो ध्रुवों पर थोड़ी चपटी है। पृथ्वी की आंतरिक रचना के तीन अंग है: – ऊपरी सतह भूपर्पटी (crust),मध्य स्तर मेंटल (metal) और आंतरिक संयंत्र धात्विक क्रोड़ (Core)।
पृथ्वी पर सबसे उत्तम बिंदु माउंट एवरेस्ट है जिसकी ऊंचाई 8,848 मी. है। पृथ्वी में सबसे निम्नतम बिंदु प्रशांत महासागर में स्थित मलियाना खाई है।
पृथ्वी की आंतरिक रचना की जानकारी भूगर्भिक ताप, ज्वालामुखी क्रिया, चट्टानों का घनत्व, भूकम्पीय तरंग के आधार पर होता है।Vinayiasacademy.com
- पूरी पृथ्वी की औसत घनत्व 5.5 ग्राम प्रति घन सेंटीमीटर है।दबाव बढ़ने के साथ घनत्व भी बढ़ता है।
- पृथ्वी में प्रत्येक 32मी. की गहराई पर 1 डिग्री सेल्सियस तापमान में वृद्धि होती है।
पृथ्वी का निर्माण आयरन (32.1%), ऑक्सीजन(30.1%), सिलिकॉन(15.1%), मैग्नीशियम(13.9%), सल्फर (2.9%), निकल (1.8%), कैल्सियम (1.5%), और ऐल्युमिनियम (1.4%) से हुआ है।

पृथ्वी की परतें
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पृथ्वी की परतें
रासायनिक संगठन के आधार पर पृथ्वी की तीन मुख्य परते है-
1.सियाल (sial): या पृथ्वी की सबसे ऊपरी परत है जिसमें सिलिका (si) और एल्यूमीनियम (Ai) पाया जाता है। इस परत में ग्रेनाइट की अधिकता है और उस परत की चट्टाने अम्लीय होती है।
- सीमा (sima):- यह पृथ्वी की दूसरी परत है जिसमें सिलिकन(si) और मैग्नीशियम (Mg) की अधिकता है। यहां क्षारीय अधिकता है, जिसमें बेसाल्ट एवं ग्रेबो प्रमुख हैं।
3.निफे (Nife):- यह पृथ्वी की तीसरी परत है, जिसमें निकेल(Ni) और फेरस (Fe) पाया जाता है।
भूकम्पीय लहरों के अनुसार पृथ्वी को तीन स्तर में बाटा गया है। - भूपटल(crust):- या पृथ्वी का बाहरी भाग है जिसकी औसत मोटाई महासागरों के नीचे 5 किलोमीटर तथा महाद्वीपों के नीचे 30 किलोमीटर है।
महाद्वीपीय भूपटल नीस और ग्रेनाइट का बना है जबकि महासागरीय भूपटल बेसाल्ट चट्टानों से बना है।
भूकंपीय लहरों की गति के आधार पर राष्ट्र को दो भागों – उपरी ग्रस्त तथा निचली क्रस्ट में बांटा गया है
ऊपरी और निचले क्रस्ट के माध्यम में कोनार्ड असम्बध्दता पाई जाती है।
क्रस्ट तथा मेंटल का संपर्क मंडल मोहोरोविकिक कहलाती है।Vinayiasacademy.com
2.मैटल(Matel)- भूपृष्ठ के आधार और क्रोड के बीच का संस्तर मैंटल कहलाता है इसकी गहराई 200-2900 किलोमीटर के बीच मैंटल को दो भागों में विभाजित किया जाता है।
क. निचला मैंटल
ख. ऊपरी मैंटल या दुर्बलता मंडल (Astenosphere) दुर्बलता मंडल का निचला भाग फेस है लेकिन ऊपरी भाग प्लास्टि है, और आंशिक गलने अवस्था में है। भूकंपीय लहरों की वेग इस मंडल में कम हो जाता है इसलिए इसे न्यूनतम वेग मंडल कहते हैं।
ऊपरी और निचले मैंटल के बीच रेपेटी असम्बध्दता पाई जाती है।
3.क्रोड(Core)- पृथ्वी का केंद्रीय भाग (क्रोड)2900 किलोमीटर से 6371 किलोमीटर तक पाया जाता है।
इसमें सघन लोहा- निकेल मिश्रण (निफे) होते हैं जिस का तापमान 2700 डिग्री सेल्सियस के लगभग है। मैंटल एवं कोर सीमा को गुटेनबर्ग असम्बध्दता कहते हैं। इससे लेकर पृथ्वी के केन्द्र तक को दो उपभाग में बाटा गया है।
1.ब्राह्य क्रोड, 2. आंतरिक क्रोड
ब्राह्य क्रोड और आंतरिक क्रोड के बीच पायी जाने वाली असम्बध्दता
को लैहमेन-असम्बध्दता कहते हैं।Vinayiasacademy.com

समस्त पृथ्वी एवं भूपटल के तत्व
भूपटल (क्रस्ट)
तत्व %
1.ऑक्सीजन 46.8
2.सिलिकन 27.7
3.एल्यूमिनियम 8.1
4.लोहा 5.0
5.मैग्नीशियम 2.0
6.कैल्शियम 3.6
समस्त पृथ्वी
तत्व %
1.लोहा 35.0
2.ऑक्सीजन 30.0
3.सिलिकन 15.0
4.मैग्नीशियम 13.0
5.निकल 2.4
6.गन्धक 1.9