भूकंप और सुनामी से क्या समझते हैं?
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भूकंप या भूचाल पृथ्वी की सतह के हिलने को कहते हैं । पृथ्वी के स्थलमंडल (lithosphere) में ऊर्जा के अचानक मुक्त हो जाने के कारण उत्पन्न होने वाली भूकंप तरंगों की वजह से होता है भूकंप बहुत ही हिंसात्मक हो सकते हैं और कुछ ही क्षणों में लोगों को नुकसान पहुंचाने से लेकर पूरे क्षेत्र को या पूरे नगर को ध्वस्त करने की क्षमता रखते हैं भूकंप का मापन भूमि कंपनी यंत्र से किया जाता है जिससे सिस्मोग्राफ (seismometer) कहा जाता है। एक भूकंप का परिणाम माक्रम पारंपरिक रूप से नापा जाता है या संबंधित और अप्रचलित रिक्टर परिणाम लिया जाता है।३ या उससे कम रिक्टर परिणाम की तीव्रता का भूकंप अक्सर अगोचर होता है,७ रिक्टर की तीव्रता का भूकंप बड़े क्षेत्र में गंभीर क्षति के कारण होता है तथा भूकंप के झटकों की तीव्रता का मापन विकसित मरकैली पैमाने पर किया जाता है।
पृथ्वी की सतह पर भूकंप अपने आपको, भूमि को हिलाकर या विस्थापित कर के प्रकट होते हैं जब एक बड़ा भूकंप उपरिकेंद्र अपतटीय स्थान में होता है या समुंदर के किनारे पर पर्याप्त मात्रा में विस्थापन का कारण बनता है । जो सुनामी का भी कारण है भूकंप के झटके कभी-कभी ज्वालामुखी और भूस्खलन गतिविधियों को भी पैदा कर सकता है।Vinayiasacademy.com
सर्वाधिक सामान्य अर्थ में, किसी भी सीस्मिक घटना का वर्णन करने के लिए भूकंप शब्द का प्रयोग किया जाता है यह एक प्राकृतिक घटना है या मनुष्य के कारण हुई कोई घटना नहीं है जो सीस्मिक तरंगों को उत्पन्न करती है। अक्सर भूकंप भूगर्भीय दोषों के कारण आते हैं, जैसे की भारी मात्रा में गैस प्रवास , पृथ्वी के भीतर मुख्यतः गहरी मिथेन, ज्वालामुखी, भूस्खलन और नाभिकीय ऐसे मुख्य दोष है जिनकी वजह से भूकंप आते हैं.

भूकंप के उत्पन्न होने का प्रारंभिक बिंदु केंद्र या हाइपो सेंटर कहलाता है शब्द आ पर एक केंद्र का अर्थ है भूमि के स्तर पर ठीक उसके ऊपर के बिंदु बहुत से भूकंप एक सीमा से दूर उत्पन्न होते हैं और विरूपण के व्यापक क्षेत्र क्षेत्र में विकसित तनाव से संबंधित होते हैं या विरूपण क्षेत्र में प्रमुख अनियमितताओं के कारण होते हैं। Northridge earthquake (northridge भूकंप ऐसे ही एक क्षेत्र में अंध दबाब गति से संबंधित था एक अन्य उदाहरण है और अब और यूरेशियन प्लेट के बीच तिर्यक अभिकेंद्रित प्लेट सीमा जहां यह ज़ाग्रोस पहाड़ों के पश्चिम उत्तर हिस्से से होकर जाती है इस प्लेट सीमा से संबंधित विरूपण, एक बड़े पश्चिम दक्षिण सीमा के लंम्बवत लगभग शुद्ध दबाब गति तथा वास्तविक प्लेट सीमा के नजदीक हाल ही में हुए मुख्य दोष के किनारे हुए लगभग शुद्ध स्ट्रीक स्लिप गति में विभाजित है। इसका प्रदर्शन भूकंप की केंद्रीय क्रियाविधि के द्वारा किया जाता है।
सभी टेक्टोनिक प्लेटों में आंतरिक दबाव क्षेत्र होता है जो अपने पड़ोसी पीड़ितों के साथ अतिक्रमण के कारण या तलछटी या उतराई के के कारण उत्पन्न होता है (deglaciation). यह तनाव उपस्थित दोषों का पर्याप्त कारण हो सकता है और यह प्लेट भूकंप को जन्म देती है।Vinayiasacademy.com
सुनामी: समुंदर के भीतर भूकंप से या भूकंप के कारण हुए भूस्खलन के समुंद्र में टकराने से सुनामी आती है समुद्री तूफान को जापानी भाषा में सुनामी कहा जाता है ,इसका मतलब है बन्दरगाह के निकट की लहर। दरअसल यह बहुत लंबी यानी सैकड़ों किलोमीटर चौड़ाई वाली होती है लहरों के निचले हिस्से के बीच का फासला सैकड़ों किलोमीटर का होता है पर जब यह तट के पास आती है तो लहरों का निचला हिस्सा जमीन को छूने लगता है और इनकी गति कम हो जाती है और ऊंचाई बढ़ जाती है ऐसी स्थिति में जब यह तब से टक्कर मारती है तो तबाही होती है। सुनामी की गति 420 किलोमीटर प्रति घंटा तक और ऊंचाई 10 से 18 मीटर तक यानी खारे पानी की चलती दीवार। प्रशांत महासागर में यह बहुत आम है पर बंगाल की खाड़ी हिंद महासागर और अरब सागर में नहीं इसीलिए शायद भारतीय भाषाओं में इनके लिए विशिष्ट नाम नहीं है।Vinayiasacademy.com

वैसे तो सुनामी लहरों के पीछे कोई विशेष कारण नहीं होता लेकिन ज्यादातर असरदार कारण है भूकंप इसके अलावा जमीन धंसने, ज्वालामुखी फटने, किसी तरह का विस्फोट होने और कभी-कभी उल्कापात के असर से भी सुनामी की लहरें उठती है
भूकंप की वजह से समुंदर की ऊपरी परत अचानक खिसक कर आगे बढ़ जाती है तो समुंदर अपनी समांतर स्थिति में ऊपर की तरफ बढ़ने लगता है जो लहरें उस वक्त बनती है वह सुनामी लहरें होती है इसका एक उदाहरण यह भी हो सकता है कि जब धरती की ऊपरी परत फुटबॉल की परसों की तरह आपस में जुड़ी हुई है या कहे कि एक अंडे की तरह है जिसमें दरारें हो। पहले सुनामी को समुंदर में उठने वाले ज्वार के रूप में भी लिया लिया जाता रहा है लेकिन ऐसा नहीं है।जब समुद्र में लहरें चांद सूरज और ग्रहों के गुरुत्वाकर्षण के प्रभाव से उठती है लेकिन सुनामी लहरें इनाम लहरों से अलग होती है।Vinayiasacademy.com
जैसे अंडे का खोल सख्त होता है लेकिन उसके भीतर का पदार्थ लिजलिजा और गीला होता है भूकंप के असर से ही है दरारें चौड़ी होकर अंदर के पदार्थ में इतनी हलचल पैदा कर देती है कि वह तेजी से ऊपर की तरफ का रुख कर लेती है। धरती की परतें जब किसी भी असर से चोरी होती है तो वो खिसकती है जिसके कारण महादीप बनते हैं इस तरह यह सुनामी लहरें बनती है लेकिन यह भी जरूरी नहीं है कि हर भूकंप से सूनामी लहरें बने इसके लिए भूकंप का केंद्र समुद्र के अंदर या उसके आसपास होना जरूरी है।