टाटा लौह इस्पात कंपनी (1907)
- 1911ई० में उत्पादन की शुरुआत।
- प्रमुखता- कच्चे लौह अयस्क।
- प्रमुख स्थान- होक्तालबुरू, नोवामुंडी, गुआ में कच्चे लौह अयस्क पाए जाते हैं ।
- 1948ई०- “टाटा इंजीनियरिंग एंड लोकोमोटिव” की स्थापना।
- प्रसिद्धि – रेलवे वैगन, ट्रक, बॉयलर , गाड़ियों के चेचिस बनाने में विश्व प्रसिद्ध है।
एचईसी (हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन)1958ई०-#vinayiasacademy.com#
- इसकी स्थापना रूस व चेकोस्लोवाकिया के सहयोग से की गई।
- उत्पादन- लोहे गलाकर उसके उत्पाद, खाद्य तेल,सीमेंट, मशीनी इस्पात उपकरण बनाए जाते हैं।
- रांची (हटिया) में इसकी तीन शाखाएं स्थापित की गई है-
- पहली शाखा- फाउंड्री फोर्ज प्लांट (एफएफपी) की स्थापना चेकोस्लोवाकिया के सहयोग से स्थापित की गई है जिसमें भारी मशीनों व उसके उपकरण का निर्माण किया जाता है ।
- दूसरी शाखा- हेवी मशीन बिल्डिंग प्लान्ट रूस के सहयोग से स्थापित की गई है इसमें मशीनरी, सीमेंट, खनन, खाद्य तेल आदि का उत्पादन किया जाता है ।
- तीसरी शाखा हेवी मशीन टूल प्लांट भी रूस के सहयोग से बना है इसमें 274 प्रकार के मशीन उपकरण का निर्माण किया जाता है।
- एचईसी के अंदर गार्डन रीच शिवबिल्डर्स एंड इंजीनियर लिमिटेड है जहां जहाजों के इंजन का डीजल इंजन बनाया जाता है।

तांबा उद्योग (1924 )-
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- देश का पहला तांबा कारखाना इंडियन कॉपर कॉरपोरेशन घाटशिला में स्थापित किया गया। 1930 ईस्वी से यहां तांबे का शुद्धिकरण का कार्य प्रारंभ किया गया।
एल्युमिनियम उद्योग (1938)
- 1938 में राँची के निकट मुरी में “इंडियन एलुमिनियम कंपनी” की स्थापना की गई।
- इसे बिरला कंपनी समूह ने खरीदा व इसका नाम बदलकर हिंडाल्को रखा गया।
- झारखंड में बॉक्साइट प्रचुर मात्रा में पाई जाती है जिसमें सबसे ज्यादा बॉक्साइट लोहरदगा जिले में पाई जाती है ।
रासायनिक उद्योग (1951) –
- भारत उर्वरक उद्योग निगम की स्थापना धनबाद के सिंदरी में की गई है।
- उत्पादन – अमोनियम सल्फेट, यूरिया ,नाइट्रेट इत्यादि।
बोकारो लौह इस्पात कंपनी (1964)-
- भारतीय इस्पात प्राधिकरण की स्थापना सोवियत संघ के सहयोग से की गई थी 1972 में यहां उत्पादन शुरू किया गया।
सीमेंट उद्योग –
- प्राप्ति स्थान -सिंदरी, खिलारी, जपला, चाईबासा ,बोकारो व कुमारडुब्बी
- विस्फोटक उत्पादन – बोकारो के गोमिया में “इंडियन एक्सप्लोसिव लिमिटेड” ।
- रिफेक्ट्री उद्योग- रामगढ़, झरिया, धनबाद व चिरकुंडा।
- (इन फैक्ट्रियों में उच्च ताप पहने वाली इंटो का निर्माण किया जाता है )
- भारतीय उद्योग की रीढ़ जो झारखंड में स्थापित है –
- बोकारो इस्पात लिमिटेड (बोकारो)
- बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड),(धनबाद)
- ईसीएल (संथाल परगना)
- हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड (पूर्वी सिंहभूम)
- एचईसी (हैवी इंजीनियर कॉरपोरेशन),(रांची)
- सीसीएल (सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड), राँची
- बिरला ग्रुप की दो कंपनियों राज्य में स्थापित है- हिंडालको (मुरी),बिहार कास्टिक सोडा एंड केमिकल्स (पलामू)।