अंटार्कटिका में पहले भारत के जैसे ही घने जंगल थे- अंटार्कटिका आज भले ही बर्फ से पूरी तरह के से ढका हुआ है लेकिन वर्तमान में जलवायु परिवर्तन होने के कारण वहां के तापमान में बढ़ोतरी हुई है जिसके बाद वैज्ञानिकों ने रिसर्च किया, रिसर्च में चीजें सामने आई कि दक्षिणी ध्रुव में 90000000 साल पहले मौजूद एक वर्षावन थे ।ऐसा यहां की मिट्टी से पता चल रहा है जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा मौजूद है। दक्षिणी ध्रुव के 900 किलोमीटर के दायरे में लगभग 14 करोड़ साल से लेकर 6करोड़ साल तक के पुरानी वन की मिट्टी मिली है ।पत्रिका नेचर में हाल में ही एक लेख प्रकाशित हुआ है.

जिसमें बताया गया है कि 90000000 साल पहले अंटार्कटिका में वर्तमान में भारत के जैसे ही घने वर्षा वाले बन थे, उस समय इस का तापमान 12 से 14 डिग्री सेंटीग्रेड हुआ करता था तथा तापमान 35 डिग्री सेंटीग्रेड तक भी गर्मी के दिनों में हो जाता था। शोध संस्थान के अनुसार अंटार्कटिका में मिले पौधों के जीवाश्म के अध्ययन से पता चलता है कि यह वर्षावन पृथ्वी के सबसे दक्षिणी छोर से 600 मील की दूरी पर स्थित है अभी के अनुसार यह जगह न्यूजीलैंड के आसपास का माना जा सकता है अंटार्कटिका में करोड़ों साल पहले मगरमच्छ जैसे जो भी थे जिन्हें पनपने के लिए काफी गर्म तापमान की जरूरत पड़ती है